यकीन मानिये दोस्तों अगर आप 100 बकरियों का गोट फार्म सुरु करते हैं कैलकुलेशन के हिसाब से आप एक साल के बाद आराम से महीने का एक लाख रुपये हर महीने कमा सकते हैं अगर आपने कुछ खास बातों का ध्यान रखा और थोड़ी मेहनत करी अपने पशुओं की देखभाल , रखरखाव और उनके स्वास्थ्य की।
जैसा कि हम सबको मालुम ही है कि अपने देश की जनसँख्या बहुत ज्यादा है और इसमें अनेको लोग मांशाहारी भी हैं। जो सबसे ज्यादा इस देश मैं खाया जाता है वो है बकरे का मीट , चाहे लोग घर मैं बना के खाएं या फिर होटल,रेस्टोरेंट या शादी, पार्टी आदि मैं। बकरे के मीट की डिमांड कम होने के आसार बहुत कम हैं उल्टा ये दिन पे दिन बढ़ती जा रही है।
तो दोस्तों चलो बताते हैं आपको कैसे बकरी पालन का बिज़नेस सुरु करके हम अच्छी कमाई कर सकते हैं।
बकरी पालने का तरीका – Goat Farming Process
दोस्तों बकरी पालने के 2 तरीके हैं जो निर्भर करते हैं कि आप कैसी जगह मैं रहते हैं उसी हिसाब से बकरियों के शेड का निर्माण और खर्चा आता है।
- पहला तरीका जिसमे आप बकरियों के लिए शेड बना कर उनको वहीँ पर पालते हैं और खाना पीना उनको आप खुद उपलब्ध करते हैं। 100 बकरियों के लिए आपको कम से कम 1700 sqft के पक्के शेड की जगह जिसके निर्माण मैं आपको लगभग 2 लाख तक का खर्चा आ सकता है। साथ साथ लगभग 2500 sqft की खुली जगह उनके टहलने के लिए चाहीये। मतलब कम से कम 4000 sqft की जगह आपको चाहिए। इस तरीके मैं बरबरी जाती की बकरियां काफी अच्छी साबित होती हैं।
- दूसरा तरीका जिसमे आप बकरियों को सिर्फ बाँधने के लिए 1700 sqft का शेड बनाएं और उनको चरने के लिए खुले मैं ले जाते हैं और उनको चराते हैं ताकि वो अपने आप जहाँ मिले जैसा पसंद हो वो खा सकें। ध्यान रहे की ये तरीका ज्यादातर पहाड़ों मैं ही कारगर है जहाँ खुला जंगल हो किसी के खेत ना हों। ये तरीका बहुत ही किफायती और पशुवो के लिए बड़ा अच्छा होता है क्योंकि उनको भिन्न भिन्न प्रकार की वनस्पति खाने को मिल जाती है। अगर बोलें तो पहाड़ मैं बकरी पालन करना बड़ा फायदे का बिज़नेस है। इस तरीके मैं सिरोही जाती की बकरियां काफी अच्छी साबित होती हैं।
बकरी पालन की ट्रेनिंग लेनी बहुत जरूरी है – Training important for goat farming
अगर आप किसी भी बिज़नेस मैं सफलता पाना चाहते हैं तो उस बिज़नेस के बारे मैं आपको पूरी जानकारी और कौशल होना बहुत जरूरी है। इसी तरह जब आप बकरी पालन का बिज़नेस करना चाहते हैं इसके लिए आपको पहले ट्रेनिंग लेना बहुत जरूरी है। ये ट्रेनिंग लगभग 15 दिन की होती है। आप अपने निकटतम सरकारी एनिमल हसबैंड्री डेपार्टमेंट या किसी पशु चिकित्सक से इस बारे मैं जानकारी ले सकते हैं। केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान – मथुरा से भी आप ये ट्रेनिंग ले सकते हैं http://www.cirg.res.in/ , या किसी निकटतम कृषि विद्यालय , या प्राइवेट इंस्टिट्यूट भी ये ट्रेनिंग देते हैं। इस ट्रेनिंग को लेने का महत्व यह है की ये आपको बकरी पालन से सम्बंधित हर तरह की जानकारी उपलब्ध करा देगा।
कौन सी बकरी पालें और बकरी खरीदने का खर्चा – Goat Breed and Its Cost
भारत मैं बकरियों की लगभग 21 प्रजाति की नस्लें पाली जाती हैं , इन नस्लों की अपनी अपनी खासियत होती है जैसे कद काठी , रंग , वजन , दूध देना, बड़े होने की रफ़्तार , रोग निरोधक क्षमता, माहौल मैं ढलने की क्षमता आदि आदि। अधिकतर बकरी पालक कहते हैं कि बरबरी , शिरोही और जमुनापारी नस्ल की बकरियां अच्छी होती हैं बिज़नेस के लिए। लेकिन फिर भी बकरियां खरीदने से पहले अपने निकटतम पशु चिकित्सक के पास जाएं या पशु पालन डिपार्टमेंट मैं जा कर ये जानकारी जरूर लें कि जिस जगह आप बकरी पालन शुरू कर रहे हैं उसके अनुरूप कौन सी नस्ल की बकरी उपयुक्त होगी। ये कदम आपके लिए बहुत जरूरी है। दूसरी महत्वपूर्ण बात ये है कि आप जब भी बिज़नेस सुर करते समय सुरुवाती बकरियां खरीदें तो उनकी उम्र 10-12 महीने की हो, छोटे बच्चे ना खरीदें। तो अगर आप 100 बकरियों का फार्म बना रहे हो तो 95 बकरियां और 5 बकरे रखें। इन सब की कीमत आपको पड़ेगी 5 से 6 लाख रुपये तक।
बकरी पालने का खर्चा – Daily Expenses on goats
बकरी को पालने के लिए आपको उनको प्रतिदिन चारे और पानी का इंतज़ाम करना होगा। साथ साथ उनके स्वास्थ्य पर , टीकाकरण पे भी ध्यान रखना होगा ताकि उनका विकास अच्छी तरीक से हो। बकरी की खुराक अन्य पालतू जानवरों से काफी कम होती है और साधारणतया एक बकरी के खाने पर आपको लगभग 7 रुपये दिन का खर्चा आता है। अगर आप मोटा मोटा हिसाब लगाए और भोजन खर्च + इंश्योरेंस खर्च + चिकित्सा खर्च + अन्य खर्च एक साथ जोड़ लें तो भी एक बकरी पे प्रतिदिन का खर्चा लगभग 12 रुपये का आता है।
नोट - ये खर्चा ज्यादा या कम भी हो सकता है आपकी ट्रेनिंग, एक्सपीरियंस, रखरखाव और स्थान के हिसाब से।
बकरी पालन कैसे सफल बिज़नेस है – How goat farming is successful business
- बकरी पालना और उनका रख रखाव दुसरे पशुओं से आसान और कम खर्चीला है।
- एक बकरी साल मैं 2 बार बच्चे देती है वो भी जुड़वाँ , मतलब एक साल बाद एक बकरी की जगह आपके पास 4 बकरियां होंगी। एक छोटा बकरी का बच्चा फिर एक साल मैं व्यस्क हो जाता है और बच्चे दे सकता है।
- इसका मतलब अगर आप समुचित और सही तरीके से बकरी पालन करें तो महज एक साल मैं आपके पास दुगने और अगले साल चार गुना बकरियां होंगी। और यही इस बिज़नेस की सफलता है क्योकि आपके पास जितनी बकरियां ज्यादा होंगी उतनी ज्यादा बढ़ती भी जाएंगी और फिर आप इनको बेच कर पैसा कमा सकते हैं।
- गोमांस और गोहत्या पे बैन लगने के साथ ही बाजार मैं बकरियों की डिमांड बहुत ज्यादा हो गई है और इसके बहुत अच्छे दाम भी मिल रहे हैं।
- ऑनलाइन फ्रोजेन मीट मार्किट भी बड़ी तेजी से बढ़ रहा है और डिमांड बढ़ती जा रही है।
- सरकार की तरफ से बकरी पालन को बढ़ावा देने के लये किसान भाइयों के लिए सब्सिडी स्कीम भी दी है और साथ साथ लोन भी दिया जाता है। अपने निकटतम सरकारी बैंक से अधिक जानकारी लें।
तो दोस्तों देखा आपने सुरुवाती खर्चे , जो कि आपको लोन के रूप मैं भी आसानी मिल सकता है को उठाने के बाद आप बकरी पालन बिज़नेस मैं बहुत अच्छी कमाई कर सकते हैं और स्वरोज़गार अपना सकते हैं।